राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन (RPSC) द्वारा वरिष्ठ शिक्षक संस्कृत पद के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को एक गहन और समर्पित अध्ययन की आवश्यकता होती है। इस परीक्षा में विभिन्न विषयों जैसे राजस्थान का भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामान्य ज्ञान, समकालीन मुद्दे, विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान और शैक्षिक मनोविज्ञान शामिल होते हैं। इस लेख में हम आपको 2024 के पाठ्यक्रम का संपूर्ण विवरण देंगे, जो आपकी तैयारी में मदद करेगा!
राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन (RPSC) द्वारा वरिष्ठ शिक्षक (Sanskrit Education Department) के पद के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा का पाठ्यक्रम निम्नलिखित है
राजस्थान का भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामान्य ज्ञान (80 अंक)
भौतिक विशेषताएँ, जलवायु, जलसंस्थान, वनस्पति, कृषि, पशुपालन, डेयरी विकास, जनसंख्या वितरण, वृद्धि, साक्षरता, लिंगानुपात, जनजातियाँ, उद्योग और प्रमुख पर्यटन केंद्र।
राजस्थान की प्राचीन संस्कृति और सभ्यता: कालिबंगन, आहर, गणेश्वर, बैराठ।
राजस्थान का इतिहास (8वीं से 18वीं शताब्दी तक):
- गुर्जर प्रतिहार
- अजमेर के चौहान
- दिल्ली सल्तनत से संबंध – मेवाड़, रणथंबोर और जोलोर
- राजस्थान और मुग़ल – संगा, प्रताप, आमेर के मानसिंह, चंद्रसैन, बीकानेर के राय सिंह, मेवाड़ के राज सिंह
स्वतंत्रता संग्राम में राजस्थान:
- 1857 का विद्रोह
- राजनीतिक जागरूकता
- प्रजामंडल आंदोलनों
- किसान और जनजातीय आंदोलन
राजस्थान का एकीकरण
समाज और धर्म:
- लोक देवता और देवियाँ
- राजस्थान के संत
- वास्तुकला – मन्दिर, किलें और महल
- चित्रकला – विभिन्न विद्यालय
- मेले और त्यौहार
- रीति-रिवाज, पोशाक और आभूषण
- लोक संगीत और नृत्य
- भाषा और साहित्य
राजस्थान की राजनीतिक और प्रशासनिक व्यवस्था:
- राज्यपाल का कार्यालय; भूमिका और कार्य
- मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल (राज्य मंत्रिपरिषद)
- राज्य सचिवालय और मुख्य सचिव
- राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन का संगठन और भूमिका
- राज्य मानवाधिकार आयोग
- पंचायती राज (स्थानीय स्वशासन प्रशासन)
- राजस्थान विधान सभा
II. राजस्थान के समकालीन मुद्दे (20 अंक)
राज्य स्तर पर सामाजिक-आर्थिक, राजनीतिक, खेल और खेलों से संबंधित प्रमुख समकालीन घटनाएँ।
Read Also –
RPSC 2nd Grade New Vacancy 2024: Latest Updates, Eligibility, and Application Process
III. विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान (60 अंक)
महाद्वीप, महासागर और उनके लक्षण, वैश्विक पवन प्रणाली, पर्यावरणीय मुद्दे और रणनीतियाँ, वैश्वीकरण और इसके प्रभाव, जनसंख्या वितरण और आप्रवासन।
भारत: भौतिक विशेषताएँ, मौसमी प्रणाली, जलसंस्थान, वनस्पति और ऊर्जा संसाधन।
भारतीय अर्थव्यवस्था: कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र में वृद्धि और विकास। भारत का विदेशी व्यापार: प्रवृत्तियाँ, संरचना और दिशा।
भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था और विदेश नीति:
- भारतीय संविधान का इतिहास, विशेष रूप से 1919 और 1935 के भारत सरकार अधिनियम।
- भारतीय संविधान – अंबेडकर की भूमिका, संविधान निर्माण, मुख्य विशेषताएँ, मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य, राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत।
- भारतीय राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के पद।
- राजनीतिक दल और दबाव समूह।
- भारत की विदेश नीति के सिद्धांत और नेहरू का योगदान।
- भारत और संयुक्त राष्ट्र, वैश्वीकरण से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के उभरते रुझान।
IV.शैक्षिक मनोविज्ञान (40 अंक)
- शैक्षिक मनोविज्ञान – इसका अर्थ, दायरा और कक्षा स्थितियों में शिक्षक के लिए इसके निहितार्थ।
- सीखने की प्रक्रिया: विभिन्न प्रकार के सीखने, शिक्षण के लिए सिद्धांत, सीखने का स्थानांतरण, सीखने को प्रभावित करने वाले कारक, कंस्ट्रक्टिविस्ट लर्निंग।
- व्यक्तित्व: इसका अर्थ, सिद्धांत और माप, समायोजन और इसके तंत्र, असमायोजन।
- बुद्धिमत्ता और रचनात्मकता: इसका अर्थ, सिद्धांत और माप, शिक्षा में इनकी भूमिका, भावनात्मक बुद्धिमत्ता – अवधारणा और अभ्यास।
- प्रेरणा: इसका अर्थ और शिक्षण की प्रक्रिया में भूमिका, उपलब्धि प्रेरणा।
- व्यक्तिगत भिन्नताएँ: इसका अर्थ, स्रोत, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा – प्रतिभाशाली, धीमे सीखने वाले और अपराधी।
परीक्षा विवरण:
- प्रश्न पत्र में कुल 200 अंक होंगे।
- प्रश्न पत्र की अवधि दो घंटे होगी।
- प्रश्न पत्र में 100 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे।
- गलत उत्तर के लिए नकारात्मक अंकन होगा। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक तिहाई अंक काटे जाएंगे।
विषयों का विवरण और अंक वितरण:
- राजस्थान का भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामान्य ज्ञान: 80 अंक
- राजस्थान के समकालीन मुद्दे: 20 अंक
- विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान: 60 अंक
- शैक्षिक मनोविज्ञान: 40 अंक
यह पाठ्यक्रम राजस्थान के वरिष्ठ शिक्षक पद की परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को गहन तैयारी करने में मदद करेगा।